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जन जागरूकता

बच्चों के लिए सुरक्षा :

  • अपने माता & पिता / अभिभावक का नाम] घर का पता] फोन नंबर] मोबाइल नंबर आदि याद र[kuk fl[kk;sa ताकि कहीं रास्ता भटक जाने या खो जाने पर og पुलिस@ lgk;rk djus okys को बता सकें।
  • जब घर में माता & पिता/ अभिभावक नहीं हों तो किसी अचित व्यक्ति को घर के अंदर न आने दें।
  • घर में माता – पिता/ अभिभावक न होने पर यदि कोई बुलाये या दरवाजा खटखटाये तो तुरंत निकलने या दरवाजा खोलने से बचें। आगंतुक को घर में अभिभावक के नहीं होने की बात बताये और उनसे फोन में संपर्क करने को कहे।
  • अपने आस-पास के कम-से–कम तीन ऐसे व्यक्तिओं का फोन नंबर याद रखें, जिनसे आप आपात स्थिति में मदद ले सकें।
  • अजनबियों से हमेशा दूर रहें। हर किसी से दोस्ती करने से बचें, याद रखें कि अपहरणकर्ता या असमाजिक लोगों का कोई अलग रूप या व्यवहार नहीं होता, वे देखने में और व्यवहार में साधारण आदमी जैसा ही लगते हैं, अत: सावधान रहें।
  • अगर कोई अपरचित व्यक्ति कैंडी, उपहार देने की कोशिश करें या दोस्ती की पेशकश करें तो इससे बचने की कोशिश करें। याद रखें कि वह आपको नुकसान पहुँचा सकता है, अत: इन सभी से सतर्क रहें।
  • यदि आप किसी सार्वजनिक स्थान जैसे बाज़ार या पार्क में अपने माता पिता से अलग हो गए हों तो स्वयं उनकी तलाश करने के बजाय किसी पुलिसकर्मी की मदद लें। उन्हें अपने माता पिता का नाम व पता बताये। वे निश्चित रूप से आपकी मदद करेंगे।
  • हमेशा अपने माता-पिता/अभिभावक को यह सूचित करें कि आप कहाँ जा रहे हैं, किसके साथ जा रहे हैं, साथ में और कौन जा रहे हैं, कब तक लोटेंगे, इत्यादि। अगर लौटने में देर हो रही हो तो इसकी सूचना तुरंत अपने माता – पिता /अभिभावक दें ताकि वे आपके बारे में निश्चित हो सकें ।
  • अपने स्कूल-बस या अपने सामान्य सवारी के अलावा अगर आप किसी अन्य के साथ सवारी कर रहे हो तो इसकी भी सूचना तुरंत अपने माता – पिता /अभिभावक दें।
  • अगर कोई व्यक्ति पैदल / कार से आपको बुला रहा हो तो कार के पास जाने से बचे। वे अपराधी किस्म के या अपहरणकारी भी हो सकते हैं।
  • सड़क, बाज़ार, पार्क जैसे किसी सार्वजनिक स्थल में पड़ी लावारिस वस्तु (बैग, खिलौना, आदि) को हाथ न लगाये, उसके समीप न जाए, हो सकता है उसमे विस्फोटक पदार्थ हो. तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दें।
  • अश्लील किताबें, मूवी, विडियो क्लिप यहाँ तक कि वैसे लोगों से भी से परहेज करें जो अश्लीलता को बढ़ावा देते हों या इसकी चर्चा करते हों।

महिलाओं के लिए सुरक्षा :

  • आत्मविश्वास और सकारात्मक दृष्टिकोण को जीवन में अपनाये, घर से बाहर हमेशा सतर्क रहें।
  • घर से बाहर घूमने, शॅपिंग करने के लिए सुरक्षित स्थान /भीड़-भाड़ वाले इलाके या प्रतिष्ठित दुकान/ मॉल का ही चयन करें। वैसे स्थान पर जाने से बचे जहां लोगों का आना जाना कम हो।
  • अजनबियों के साथ अधिक मेल-जोल न करें। हो सकता है वे अपराधी किस्म, ठग या अपहरणकारी हो।
  • रात के समय किसी अनजान जगह पर न जाएँ और न ही रुकें।
  • पार्लर का उपयोग करते समय वैसे पार्लर का चयन करें जो आपकी सुरक्षा के साथ-साथ निजता का ख्याल रखें।
  • हमेशा मोबाइल फोन अपने पास ही रखें ताकि आपातस्थिति में परिवार वालों या पुलिस को बुलाया जा सके।
  • कभी भी यात्रा के दौरान उत्साह से भरकर नए दोस्त या साथी यात्रियों से अपनी योजना/ कार्यक्रम का खुलासा न करें।
  • यात्रा के समय हमेशा सुरक्षित परिवहन का ही चयन करें।
  • टेलीफोन / मोबाइल पर अपनी पहचान उजागर करने से बचें, खासकर जब आप अकेले यात्रा कर रहे हो।
  • सुनसान इलाकों में होटल का चयन करने से बचें। अच्छे और प्रतिष्ठित होटल का ही चुनाव करें।
  • होटल के कमरे में रहने से पहले कमरे की जांच कर लें।
  • अपने कमरे का दरवाजा हमेशा बंद रखें, अधिक सुरक्षा के लिए सुरक्षा चेन का उपयोग करें ताकि कोई बलपूर्वक अन्दर आने न पायें।
  • किसी के लिए दरवाजा खोलने से पहले पीपहोल (Peephole) का प्रयोग करें. यदि व्यक्ति होटल के वर्दी में न हो या संदिग्ध लग रहा हो, तो दरवाजा न खोलें।
  • आप कहाँ हैं और आपके आसपास क्या हो रहा है इसका ध्यान रखें।

वरिष्ठ नागरिक सुरक्षा :

  • बुजुर्गों को अधिकतर अपने जान–पहचान के लोग जैसे नौकर, चौकीदार, ड्राईवर आदि से ही परेशान होना पड़ता है. अत: इनसे सावधान रहे।
  • सहायता के लिए किसी व्यक्ति को अपने पास रखने से पहले उस व्यक्ति का वास्तविक नाम, पता आदि की पूरी जानकारी कर लें तथा अपने नजदीक के पुलिस थाना को अवगत करायें।
  • कभी भी अपनी सम्पति, बैंक खाता, जमा पैसा आदि के बारे में नौकर-चाकर या किसी अपरिचित व्यक्ति के सामने खुलासा न करें।
  • जब आप काम के लिए किसी को घर में रखते हैं, तो कभी भी उसे अकेला छोड़कर न जाएँ।
  • अपने नौकर के रिश्तेदारों या मित्रों को हमेशा अपने घर आने की अनुमति न दें, चाहे वे कितने भी खास क्यों न हो।
  • अपने नौकरों से अच्छा व्यवहार रखें।
  • कीमती सामानों को किसी बैंक के लॉकर में सुरक्षित कर रखें।
  • घर पर बाजार में उपलब्ध आधुनिक सुरक्षा उपकरण जैसे डोरअलार्म, इलेक्ट्रॉनिक आईबेल आदि लगायें।
  • अपने घर के मुख्य दरवाजे में पीप होल का उपयोग करें. किसी भी आगंतुक को घर में प्रवेश देने से पहले उनकी पहचान कर लें।
  • खुले में या पारंपरिक छुपे स्थानों में कोई स्पेयर या चाबियाँ छोड़ कर कभी न जाएँ।
  • किसी भी व्यक्ति को मरम्मती के बुलाये जाने पर पहले उसकी पहचान सत्यापित कर लें।
  • टेलीफोन नंबर को याद रखने के लिए फोन बुक का उपयोग करें।
  • आगंतुकों के बारे में अपने आस -पास के लोगों को अवगत कराएँ।

वाहन सुरक्षा :

  • जहाँ तहाँ गाड़ी खड़ी न करें, गाड़ी केवल पार्किंग स्थल पर ही रखें।
  • बड़ी वाहनों के बाद छोटी वाहनों को कभी न लगायें।
  • बड़ी वाहनों के बाद छोटी वाहनों को कभी न लगायें।गाड़ी पार्क करते समय पार्किंग लॉक का उपयोग करें।
  • बड़ी वाहनों के बाद छोटी वाहनों को कभी न लगायें।पार्किंग के समय गाड़ी की खिड़की (शीशे) को अच्छी तरह से बंद कर लें।
  • बड़ी वाहनों के बाद छोटी वाहनों को कभी न लगायें।महत्पूर्ण दस्तावेज या कीमती सामान को अपने साथ लेकर जायें, कार में न छोड़े।
  • बड़ी वाहनों के बाद छोटी वाहनों को कभी न लगायें।छोटे बच्चो को गाड़ी के अंदर बंद करके कभी न जायें या अंदर बैठे बच्चे को खेलने के लिए रिमोट कंट्रोल न दें।
  • बड़ी वाहनों के बाद छोटी वाहनों को कभी न लगायें।सिर्फ अधिकृत दुकानों से ही गाड़ी के पुर्जों की खरीद करें।
  • बड़ी वाहनों के बाद छोटी वाहनों को कभी न लगायें।समय–समय पर गाड़ी के टायरों की हवा चेक करा लें।
  • बड़ी वाहनों के बाद छोटी वाहनों को कभी न लगायें।ट्रैफिक नियमों का अनुपालन करें।
  • बड़ी वाहनों के बाद छोटी वाहनों को कभी न लगायें।नियत समय पर इंश्योरंस का नवीकरण करायें एवं कागजात को अपने पास रखें।

मोबाइल सुरक्षा :

  • बड़ी वाहनों के बाद छोटी वाहनों को कभी न लगायें।मोबाइल फोन/ डिवाइस को हमेशा अपने पास रखें, यूं ही न छोड़ें।
  • बड़ी वाहनों के बाद छोटी वाहनों को कभी न लगायें।निर्माता के मैनुअल को सावधानीपूर्वक पढ़ें और अपने मोबाइल फोन को सेटकरने के निर्देशों का अनुपालन करें।
  • बड़ी वाहनों के बाद छोटी वाहनों को कभी न लगायें।15 अंकों वाले IMEI नम्बर को याद रखने के लिए कहीं पर लिख कर रखें। मोबाइल फोन की चोरी/गुम होने की स्थिति में यह IMEI नम्बर की आवश्यकता पुलिस में शिकायत दर्ज कराने में हो सकती है और सेवा प्रदाता के जरिए इससे आपके मोबाइल फोन को ट्रैक करने में मदद मिल सकती है।
  • बड़ी वाहनों के बाद छोटी वाहनों को कभी न लगायें।डिवाइस लॉकिंग्स को चालू करें-अपने आप लॉक होने के लिए ऑटोलॉक का इस्तेमाल करें या पासकोड/सेक्योरिटी पैटर्न के जरिए कीपैड लॉक चालू कर सकते हैं; इससे आपके मोबाइल फोन के एक्सेस पर रोक लग जाएगी।
  • बड़ी वाहनों के बाद छोटी वाहनों को कभी न लगायें।अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन और संबंधित सेवा प्रदाता को मोबाइल फोन चोरी या गुम होने की सूचना दें|
  • बड़ी वाहनों के बाद छोटी वाहनों को कभी न लगायें।मोबाइल ट्रैकिंग के फीचर का इस्तेमाल करें, जिससे आपके मोबाइल की चोरी/खोने की स्थिति में ट्रैक करने में मदद मिल सकती है। मोबाइल फोन में जितनी बार कोई सिम कार्ड डालेगा यह फीचर अपने आप आपके द्वारा पहले से चुने दो मोबाइल नम्बरों पर सूचना भेजेगा, जिससे आप अपने मोबाइल डिवाइस को ट्रैक कर सकते हैं।
  • बड़ी वाहनों के बाद छोटी वाहनों को कभी न लगायें।इस्तेमाल न होने की स्थिति में ऐप्लिकेशन (कैमरा, ऑडियो/वीडियो प्लेयर) और कनेक्शन (ब्लूटुथ, इंफ्रारेड, वाइ-फाइ) को बंद कर दें। कनेक्शन चालू रखने से सुरक्षा के खतरे पैदा हो सकते हैं और साथ ही इससे आपके मोबाइल की बैटरी भी जल्दी डाउन हो सकती है।
  • बड़ी वाहनों के बाद छोटी वाहनों को कभी न लगायें।इस बात का ध्यान रखें कि जब आप अपने फोन को स्थायी रूप से किसी दूसरे व्यक्ति को दें तो फोन से अपनी निजी सूचना मिटा दें।
  • बड़ी वाहनों के बाद छोटी वाहनों को कभी न लगायें।डेटा का नियमित रूप से बैक अप लें और अपने फोन को सेट अप करें ताकि आप जब इसे सिंक करें तो यह इसके डेटा का बैक अप ले सके। आप अलग मेमरी कार्ड पर भी इसका बैक-अप ले सकते हैं। इसके लिए आप वेंडर के डॉक्यूमेंट बैक अप का इस्तेमाल कर सकते हैं।

बच्चों के लिए सुझाव :

  • व्यक्तिगत जानकारी जैसे अपना पता, मोबाइल नंबर, टेलीफोन नंबर, अपने माता या पिता के कार्यस्थल का पता /टेलीफोन नंबर, क्रेडिट व डेबिट कार्ड, इंटरनेट बैंक खातों का नाम/अकाउंट नंबर, स्कूल का पता आदि किसी को न दें। अगर यह जरूरी है तो पहले अपने माता-पिता की अनुमति लें।
  • यदि आप किसी ईमेल/एसएमएस से प्राप्त संदेश से असहज महसूस कर रहें हो तो इस तरहके संदेश की सूचना अपने माता-पिता को तुरंत दें कि इसमे आपकी कोई गलती नहीं है।
  • इंटरनेट पर किसी को अपनी तस्वीर भेजने से पहले अपने माता पिता /अभिभावक की अनुमति लें।
  • इंटरनेट पर गंदे ईमेल, बुलेटिन बोर्ड आइटम या धमकी वाले संदेशों के जवाब न दे। अपने माता-पिता या अभिभावक को इसकी सूचना दें।
  • अपने माता पिता/अभिभावक के जाँच के बिना वैसे किसी भी व्यक्ति से मिलने से परहेज करें जिससे आप ऑनलाइन मिले हो। अपने माता पिता के अनुमति से किसी सार्वजनिक स्थान में जाकर मिले या अपने माता / पिता के साथ मिलने को जाएँ।
  • आप ऑनलाइन होने के लिए नियम बना लें| दिन में समय तय कर लें कि आप कब से कब तक ऑनलाइन रहेंगे| जब आप ऑनलाइन हो तो समय का ध्यान रखें| केवल उचित वेबसाइटों पर ही ब्रोउसिंग (browsing) करें, अन्य वेबसाइटों में न जाएँ और नियमों का पालन करें।
  • अपने माता-पिता के अलावा अन्य किसी को भी अपने इंटरनेट पासवर्ड (ईमेल, बैंक खाता, फेसबुक, आर्कुट आदि) न दें चाहे वह आपके कोई खास मित्र ही क्यों न हो।

माता पिता/ अभिभावक के लिए सुझाव :

  • आप इंटरनेट को एक वास्तविक स्थान के रूप में सोच सकते है। जब बच्चे बड़े हो रहे हो, तब वह अधिक से अधिक चीजों के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहते हैं। इस मायने में इंटरनेट एक सही स्थान है। लेकिन इंटरनेट का उपयोग बच्चे कैसे कर रहे हैं, इसका ध्यान अवश्य रखना चाहिए।
  • कंप्यूटर को किसी ऐसे स्थान पर लगाएं जहाँ से आप अपने बच्चो को आसानी से गाइड कर सकें कि इन्टरनेट का किस तरह से उपयोग करें।
  • इंटरनेट उपयोग के लिए स्पष्ट नियम और उचित दिशा-निर्देश निर्धारित करें| सुनिश्चित करें कि परिवार के सभी लोग इन नियमों को कंप्यूटर के पास लिख कर रखें।
  • बच्चों को यह याद दिलाएं कि व्यक्तिगत जानकारी, डिजिटल तस्वीरें, या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल आपकी अनुमति के बिना न किया करें।
  • उन वेब साइटों का एक लॉग बनाये जिसमें आप या आपके बच्चो ने व्यक्तिगत जानकारी दे रखी है। लॉग में साइट का नाम, पता, तारीख तथा उपयोगकर्ता के नाम और पासवर् डजो आप उन वेब साइटों के लिए प्रयोग किये हैं, शामिल होना चाहिए।
  • ऑनलाइन जानकारी के लिए केवल विश्वसनीय स्रोत को ही सुनिश्चित करें. वैसे ही किसी पर भरोसा न कर लें| हो सकता है कि प्राप्त जानकारियां सही न हो| सावधान रहें।
  • वास्तविक दुनिया और ऑनलाइन दुनिया में बहुत अंतर है, ऑनलाइन दुनिया में यदि कोई संपर्क कर आपसे /बच्चे से मिलना चाहता है तो सतर्क रहें।
  • वैसे ई-मेल, फाइल, या वेब पृष्ठ को न खोलें जो किसी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजी गयी हो या आप जिसे नहीं जानते हो. अक्सर वायरस इनके साथ संलग्न होते हैं जो प्रेषित होकर आपके कंप्यूटर या फ़ाइलों को नुकसान पहुंचा सकते हैं|
  • यदि आप को लगता है कि आपके बच्चे या किसी अन्य के बच्चे खतरे में है तो निसंकोच अपने स्थानीय पुलिस विभाग के अधिकारियों से संपर्क करें।
  • अपने बच्चे के साथ इंटरनेट का प्रयोग करें। बच्चे को प्रोत्साहित करें कि वो आपको बताये कि उसने कैसे सर्फिंग किया, गानों को डाउनलोड कैसे किया, चैट-रूम, त्वरित संदेश इस्तेमाल कैसे किया, या एक वेब साइट का निर्माण कैसे होता है|

पासवर्ड (सांकेतिक शब्द) सुरक्षा :

  • अच्छे पासवर्ड के लिए कम से कम 8 वर्ण और अंक का इस्तेमाल करें।
  • मिश्रित शब्द (वर्ण/अंक के साथ विशेष संकेत) का उपयोग करें जैसे ILsP@#21|
  • अपने पासवर्ड को किसी और के साथ साझा न करें।

सोशल नेटवर्किंग साईट :

  • सिर्फ और सिर्फ उसी मित्र से जुड़े जिसे आप जानते हों।
  • यदि आप सार्वजनिक/ किसी दूसरे के कंप्यूटर से फेसबुक जैसे किसी सोशल नेटवर्किंग साईट पर लॉग-इन हैं तो उसे इस्तेमाल के बाद लॉग-आउट करना न भूलें।
  • किसी भी निजी जानकारी को सार्वजनिक न करें।

क्रेडिट /डेबिट कार्ड :

  • क्रेडिट/डेबिट कार्ड को किसी और के साथ साझा न करें।
  • क्रेडिट/डेबिट कार्ड के सीवीवी (CVV) नंबर को किसी और के साथ साझा न करें।
  • साइबर कैफे या किसी छोटे दुकानों पर क्रेडिट/डेबिट कार्ड का उपयोग करने से परहेज करें।
पिछले पृष्ठ पर जाने के लिए | पृष्ठ अंतिम अद्यतन किया गया, दिनांक:: 02-08-2018

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